महाडीबीटी स्कॉलरशिप 2025: अकाउंट में कब आएगी स्कॉलरशिप की राशि? यहां जानें पूरी अपडेट

सरकार की महाडीबीटी स्कॉलरशिप 2025 छात्रों के लिए बड़ी राहत है, क्योंकि यह योजना उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की आर्थिक मदद करती है। लेकिन कई छात्रों के मन में यह सवाल रहता है कि फॉर्म भरने के बाद स्कॉलरशिप की राशि उनके बैंक अकाउंट में कब तक आएगी और कैसे वे अपने आवेदन की स्थिति (Application Status) चेक कर सकते हैं। इस रिपोर्ट में हम आपको पूरी जानकारी विस्तार से बता रहे हैं।

स्कॉलरशिप कब मिलेगी?

महाडीबीटी स्कॉलरशिप की राशि आमतौर पर दो किस्तों में छात्रों को दी जाती है। फॉर्म सबमिट करने के बाद सबसे पहले आवेदन “Under Scrutiny” की स्थिति में रहता है। इसके बाद कॉलेज क्लर्क और प्रिंसिपल से अप्रूवल मिलने पर यह आगे विभाग (Department) के पास भेजा जाता है। यदि सभी दस्तावेज सही पाए जाते हैं तो स्कॉलरशिप का पहला इंस्टॉलमेंट 1 से 2 महीने में छात्रों के अकाउंट में ट्रांसफर हो जाता है। हालांकि, यदि कॉलेज की ओर से देरी होती है या दस्तावेजों में कोई कमी रहती है, तो यह प्रक्रिया 3 से 4 महीने तक भी खिंच सकती है।

आवेदन की स्थिति कैसे चेक करें?

आवेदन की स्थिति जानने के लिए छात्रों को महाडीबीटी पोर्टल पर जाकर “My Applied Scheme” सेक्शन में लॉगिन करना होता है। यहां फॉर्म की वर्तमान स्थिति दिखाई देती है। शुरुआत में स्टेटस “Under Scrutiny” रहेगा, और जैसे ही कॉलेज और विभाग से मंजूरी मिलती है, तो “Approved Application” का मैसेज दिखाई देता है। स्कॉलरशिप की राशि आने से पहले स्टेटस “Fund Not Disbursed” लिखा रहता है। जैसे ही पैसा ट्रांसफर होता है, यह बदलकर “Fund Transfer for All Installments” हो जाता है।

अप्रूवल की प्रक्रिया

फॉर्म अप्रूवल का प्रोसेस चरणबद्ध तरीके से होता है। सबसे पहले कॉलेज क्लर्क आपके फॉर्म की जांच करता है। इसके बाद प्रिंसिपल इसे अप्रूव करते हैं। वहां से आवेदन विभाग के जॉइंट डायरेक्टर तक पहुंचता है और फिर छात्र के अकाउंट में किस्त जारी की जाती है। कई बार कॉलेज सभी छात्रों के फॉर्म एक साथ अप्रूव करते हैं, जिससे प्रक्रिया में देरी हो जाती है। वहीं, कुछ कॉलेज समय पर अप्रूवल कर देते हैं तो स्कॉलरशिप जल्दी मिल जाती है।

गलती होने पर क्या करें?

यदि आवेदन में कोई गलती पाई जाती है, तो फॉर्म वापस भेज दिया जाता है और पोर्टल पर “Re-Apply” का विकल्प दिखाई देता है। यहां छात्र को यह भी बताया जाता है कि कौन सा दस्तावेज या जानकारी गलत है। आवश्यक बदलाव करने के बाद छात्र को फॉर्म दोबारा सबमिट करना होता है।

निष्कर्ष

संक्षेप में कहें तो महाडीबीटी स्कॉलरशिप की राशि छात्रों को आमतौर पर 1 से 2 महीने में मिल जाती है, लेकिन देरी होने पर यह समय सीमा 3 से 4 महीने तक बढ़ सकती है। छात्रों को चाहिए कि वे समय पर आवेदन करें, नियमित रूप से पोर्टल पर स्टेटस चेक करते रहें और किसी गलती की स्थिति में तुरंत सुधार करें। ऐसा करने पर स्कॉलरशिप समय पर अकाउंट में पहुंच जाएगी और छात्रों की पढ़ाई बिना रुकावट के आगे बढ़ सकेगी।

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