बिहार मैट्रिक स्कॉलरशिप 2025: 10,000 रुपये का भुगतान क्यों नहीं आया? पूरी जानकारी

बिहार के छात्र-छात्राओं के लिए बड़ी खबर है। बिहार बोर्ड मैट्रिक और इंटर स्कॉलरशिप में ₹10,000 और ₹25,000 की राशि जिन छात्रों के खाते में अभी तक नहीं आई, उनके लिए अब स्पष्ट जानकारी सामने आ गई है। कई छात्रों के मन में यह सवाल रहता है कि आखिर उनका पैसा क्यों अटका हुआ है और इसे पाने के लिए क्या प्रक्रिया अपनानी होगी। इस आर्टिकल में हम आपको पूरी जानकारी देंगे कि स्कॉलरशिप का पैसा आपके खाते में क्यों नहीं आया और इसके समाधान के लिए क्या करना होगा।

बिहार बोर्ड स्कॉलरशिप के पोर्टल पर दो प्रकार के स्टेटस दिखाई देते हैं: ‘सेंड फॉर पेमेंट’ और ‘रेडी फॉर पेमेंट’। इनका मतलब बहुत ही आसान है। जब आपके आवेदन का स्टेटस ‘सेंड फॉर पेमेंट’ दिखता है, इसका मतलब है कि आपके आवेदन को जिला और राज्य स्तर से पास कर दिया गया है और अब बैंक यानी पीएफएमएस को भुगतान के लिए भेजा जा रहा है। वहीं, ‘रेडी फॉर पेमेंट’ का मतलब है कि आपका आवेदन मान्य है और भुगतान की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इन दोनों ही स्टेटस के छात्रों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि पैसा निश्चित रूप से आपके खाते में आएगा, बस कुछ समय लग सकता है।

कुछ छात्रों को ‘पेमेंट नॉट डन’ का स्टेटस दिखाई दे रहा है। इसका कारण यह है कि शुरुआत में उनका फॉर्म पीएफएमएस के द्वारा रिजेक्ट कर दिया गया था। कई बार बैंक में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) इनेबल कराने के बावजूद यह फॉर्म सिस्टम में अपडेट नहीं होता और रिजेक्ट के रूप में दिखाई देता है। ऐसे में छात्रों को अपने बैंक शाखा में जाकर आधार नंबर को डीबीटी के लिए फिर से लिंक कराना होगा। जब यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, तो उनका भुगतान स्टेटस अपडेट हो जाएगा और पैसा उनके खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।

छात्रों को यह भी ध्यान रखना होगा कि स्कॉलरशिप पाने के लिए उनका आवेदन पूरी तरह से मान्य होना चाहिए और बैंक में उनका आधार नंबर सही तरीके से लिंक होना चाहिए। पीएफएमएस सभी विवरणों की जांच करता है और उसके बाद ही राशि छात्रों के बैंक अकाउंट में भेजी जाती है। आम तौर पर कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक का समय लग सकता है। इसलिए छात्रों को धैर्य रखना आवश्यक है।

बिहार बोर्ड स्कॉलरशिप के लिए छात्रों का एप्लीकेशन पास होना ही सबसे अहम है। ‘सेंड फॉर पेमेंट’ और ‘रेडी फॉर पेमेंट’ स्टेटस वाले छात्रों को सिर्फ इंतजार करना होगा। वहीं, जिन छात्रों को ‘पेमेंट नॉट डन’ स्टेटस मिला है, उन्हें अपने बैंक से संपर्क कर आधार लिंकिंग को सुनिश्चित करना होगा। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद उनके खाते में स्कॉलरशिप का भुगतान सफलतापूर्वक हो जाएगा।

अंत में छात्रों से अपील की जाती है कि वे धैर्य बनाए रखें और अपने आवेदन की स्थिति नियमित रूप से चेक करते रहें। बिहार मैट्रिक स्कॉलरशिप 2025 की राशि निश्चित रूप से छात्रों के बैंक खाते में ट्रांसफर होगी। इस प्रक्रिया में कुछ समय लग सकता है, लेकिन माता दुर्गा के आशीर्वाद और सही दिशा-निर्देशों के साथ सभी छात्रों को उनका स्कॉलरशिप भुगतान प्राप्त होगा।

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